भारतीय इतिहास
विदेशीय आक्रमण (Foreigners’ Invasion)
17 वीं सदी में ईस्ट इन्डिया कंपनी ने भारत में सूरत, मुंबइ और कोलकाता में व्यापार केंद्र शुरू किये 18 वीं सदी के मध्य में भारत में ब्रिटिश शासन शुरू हुआ ।
आजादी की पहली लड़ाई - 1857 का विद्रोह (The Indian Mutiny)






13 अप्रैल 1919 के जलियाँवाला बाग, अमृतसर के नरसंहार ने ब्रिटिश प्रतिष्ठा को नीचे गिराया।

8 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने भारत से ब्रिटिश सत्ता की वापसी की मांग करके "भारत छोड़ो” (QUIT INDIA) प्रस्ताव पारित कीया।
भारतीय राष्ट्रीय सेना (Indian National Army) के नेता सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में 21 अक्टूबर 1943 को आज़ाद हिंद (Free India) की अनंतिम सरकार (Provisional Government) की घोषणा की।
महात्मा गांधी ने राष्ट्रीय संघर्ष के विचार को प्रस्तुत करके उसका नेतृत्व किया।



लेकीन मुस्लिम लीग के नेता मोहमद अली जिन्ना (Muhammed Ali Jinha) ने अलग राष्ट्र पाकिस्तान (Pakistan) की मांग की और पाकिस्तान अलग राष्ट्र बना।
स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि (Homage to freedom fighters)

वास्को द गामा 1498 में भारत में आये। 1510 में पुर्तगालियोंने गोवा पर कब्जा कीया।

जॉर्ज पंचम और किंग जॉर्ज VI
(King George V & King George VI)
आजादी की पहली लड़ाई - 1857 का विद्रोह (The Indian Mutiny)






1857 में भारतीय सैनिकों ने एक विद्रोह में भाग लिया जिस लड़ाई को ‘आजादी की पहली जंग’ से जाना जाता है। रानी लक्ष्मीबाई (Rani Laxmibai), बेगम हजरत महल (Begum Hazrat Mahal), मंगल पांडे (Mangal Pande), नाना साहेब (Nana Saheb), तात्या टोपे (Tatya Tope) आदि ने आजादी की पहली जंग में हिस्सा लीया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress)






1885 में ए. ओ. ह्यूम ने (A. O. Hume) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की।
ए. ओ. ह्यूम (A. O. Hume), बाल गंगाधर तिलक (Bal Gangadhar Tilak), गोपाल कृष्ण गोखले (Gopal Krishna Gokhale), दादाभाई नवरोजि (Dadabhoy Naoroji) और लाला लजपतराय (Lala Lajpatrai) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक सदस्य थे।
ए. ओ. ह्यूम (A. O. Hume), बाल गंगाधर तिलक (Bal Gangadhar Tilak), गोपाल कृष्ण गोखले (Gopal Krishna Gokhale), दादाभाई नवरोजि (Dadabhoy Naoroji) और लाला लजपतराय (Lala Lajpatrai) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक सदस्य थे।
स्वतंत्रता के पथ पर कदम (The Road to Freedom)

20 वीं सदी की शुरुआत में कांग्रेस ने "स्वराज" (पूर्ण स्वतंत्रता) की मांग की। बाल गंगाधर तिलक की "स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है" घोषणा ने देश की स्वतंत्रता की लडाई के लीये भारतीयों को प्रेरित किया।


महात्मा गांधी द्वारा सविनय अवज्ञा आंदोलन (Disobedience movement) को जारी कीया गया और 1930 में नमक सत्याग्रह (Salt Satyagraha) की शुरुआत की।

भारतीय राष्ट्रीय सेना (Indian National Army) के नेता सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में 21 अक्टूबर 1943 को आज़ाद हिंद (Free India) की अनंतिम सरकार (Provisional Government) की घोषणा की।
भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) की एंग्लो - अमेरिकी सेनाओं (Anglo – American forces) ने 1944-45 में देश के पूर्वी सीमा पर शक्तिशाली लड़ाई की ।













कस्तूरबा (Kasturba), भिका जी कामा (Bhikaiji Cama), कमला नेहरू (Kamla Nehru), ठक्कर बापा (Thakkar Bapa), मदन मोहन मालवीय (Madan Mohan Malaviya), विठ्ठल भाई पटेल (Vithalbhai Patel), जी बी पंत (G. B. Pant), सेनापति बापट (Senapati Bapat), अब्दुल कलाम आज़ाद (Abdul Kalam Azad), सरदार वेदरत्नम (Sardar Vedaratnam), विजय लक्ष्मी पंडित (Vijay Lakshmi Pandit), इन्दुलाल याज्ञिक (Indulal Yagnik) जैसे स्वतंत्र सेनानियो ने भी आजाद भारत का सपना देखा था और वे सब आजादी की लडाई में जुड़े।
आखिर में ब्रिटेन भारत को स्वयं शासन देने के लीये सहमत हुआ और १५ अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ।
आखिर में ब्रिटेन भारत को स्वयं शासन देने के लीये सहमत हुआ और १५ अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ।

स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि (Homage to freedom fighters)

हम उन सभी देशवासियों को जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपने जीवन का बलिदान दिया, सलाम करते है ।
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